एक सासु अपने दामादो की परख लेने की सोची...!!
वो नदी मेँ कुद गई,
पहले दामाद ने बचा लिया,सासु ने खुश होकर उसको कार दी... ♥
दुसरे दिन वापस नदी मेँ कुद गई,
दुसरे दामाद ने भी उसे बचा लिया,
सासु ने खुश होकर उसे बाईक दी,
तीसरे दिन वापस कुदी....
तो तीसरे दामाद को लगा कि
अगर बचाउंगा तो मुझे ईनाम मेँ साईकिल मिलेगी
यह सोचकर उसे नही बचाया.....
सासु मर गई...!?!!
दो दिन बाद....
चोथा दामाद आया और
चंदू को मर्सङीज दी.....
कुछ भी हो अपना चंदू कही ना कही से कमा लेता है।
वो नदी मेँ कुद गई,
पहले दामाद ने बचा लिया,सासु ने खुश होकर उसको कार दी... ♥
दुसरे दिन वापस नदी मेँ कुद गई,
दुसरे दामाद ने भी उसे बचा लिया,
सासु ने खुश होकर उसे बाईक दी,
तीसरे दिन वापस कुदी....
तो तीसरे दामाद को लगा कि
अगर बचाउंगा तो मुझे ईनाम मेँ साईकिल मिलेगी
यह सोचकर उसे नही बचाया.....
सासु मर गई...!?!!
दो दिन बाद....
चोथा दामाद आया और
चंदू को मर्सङीज दी.....
कुछ भी हो अपना चंदू कही ना कही से कमा लेता है।
चंदू (दामाद) Rocks...
कहानी का सार: कभी भी अपने दामाद को परख ने की कोशिश ना करें. :):):)
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